‘बैंड बाजा बारात’ के हिट होते ही बॉलीवुड ने एक ऐसी नयी अभिनेत्री को देखा जो आत्मविश्वास से भरपूर थी। इतनी भरपूर कि फिल्म पत्रिकाओं और टेबलायड ने उसका नाम फिल्म के हीरो रणवीर सिंह से जोड़ दिया किंतु उसने इन अफवाहों की परवाह नहीं की। वह अपने करियर की राह पर गंभीरता और पूरी लगन के साथ बढ़ती रही और आज वह स्टार अभिनेत्रियों के बीच अपनी एक पहचान बना चुकी है।
इस स्टार अभिनेत्री का नाम अनुष्का शर्मा है। यह वही अनुष्का है जिसका संबंध इन दिनों क्रिकेट के सितारे विराट कोहली के साथ है। इसीलिए लोग कह रहे हैं दो सितारों का जमीं पर मिलन है आजकल। हाल ही में अनुष्का से जब मुलाकात हुई तो कोशिश यही थी कि उससे विराट के बारे में कुछ पूछताछ की जाए किंतु अनुष्का शुरु में ही चेतावनी दे दी कि उससे कोई पर्सनल सवाल न किया जाए। ‘मैं अपनी पर्सनल लाइफ को पब्लिक में डिस्कस करना पसंद नहीं करती।’
चलिए पर्सनल सवाल नहीं करते, प्रोफेशनल सवाल करते हैं, यह बताइए कि ‘बैंड बाजा बारात’ से लेकर नयी फिल्म तक आप कहां पहुंची हैं?
करियर का सफर शुरु होने के बाद मैंने कभी विश्लेषण नहीं किया कि मैं कहां पहुंची हूं या मुझे कहां पहुंचना है। मैं बस ईमानदारी और पूरी मेहनत के साथ अपने काम में लगी हूं। विश्लेषण करने का काम दूसरे लोगों का है, वे ही करें।
अभी तक जो फिल्में आपने की हैं, उनमें सबसे ज्यादा आनंद और संतोष आपको किस फिल्म से मिला है?
मैं आपको बताना चाहती हूं कि मैं जो भी फिल्म करती हूं उसमें पूरा आनंद लेती हूं। कई बार लोग मुझे अपनी फिल्म करने का दवाब तरह-तरह से डालने की कोशिश करते हैं मुझे कनविंस करना चाहते हैं लेकिन मैं उन्हें साफ इंकार कर देती हूं। मैं वही करती हूं जो मेरा दिल, मेरा दिमाग कहता है। मैं बचपन से ऐसी ही हूं। मेरा दिल और दिमाग जिस फिल्म को करने के लिए नहीं मानता उसे मैं किसी भी कीमत पर नहीं करती।
करियर के आरंभ में आपको अभिनय के प्रति जो दिलचस्पी थी, क्या वह अब भी है या अब कम हो गयी है?
एक्टिंग में जब तक एक्सायटमेंट है तभी तक एक कलाकार उसमें आनंद ले सकता है। मुझे एक्टिंग में जो कुछ एक्सायटमेंट कल था, वही आज भी है। हां, यह जरूर है कि जब भी किसी फिल्म में मुझे कुछ नया करने को मिल जाता है तो मेरा एक्सायटमेंट बढ़ जाता है। जैसे करियर के आरंभ में मुझे लगता था कि मैं कोई एक्शन फिल्म करूं। जब मुझे ‘चार्लीस एंजिल्स’ मिली और मैंने तीन महीनों तक एक्शन की खास ट्रेनिंग ली तो मैं बहुत आनंदित थी। क्योंकि तब एक्शन मेरे लिए नयी चीज थी। अब तो कई फिल्मों में एक्शन कर चुकी हूं और कर रही हूं। जब भी कुछ नया करने को मिलता है तो मुझे बहुत अच्छा लगता है।
इधर आपकी नयी फिल्म ‘दिल धड़कने दो’ भी हिट हो गयी है?
हां, मुझे इस फिल्म का स्क्रिप्ट सुनते ही लगा था कि यह फिल्म जरूर हिट होगी। मुझे खुशी होती है जब मेरा अनुमान सही निकलता है।
फिल्म में आपका हीरो रणवीर सिंह है जो आपकी पहली फिल्म ‘बैंड बाजा बारात’ में भी था। क्या आपको लगता है कि रणवीर सिंह आपके लिए बहुत लकी है?
– मुझे तो लगता है कि मैं उन सारे अभिनेताओं के लिए लकी हूं जिनके साथ मैं काम करती हूं। रणवीर सिंह के साथ पहली
फिल्म के दौरान ही आपके रोमांस और प्यार की खबरें गरम हुई थीं?
– मुझे बहुत बुरा लगा था। प्यार कोई खेल नहीं है, यह जानते हुए भी मीडिया ने प्यार और रोमांस को खेल बना दिया है। कभी भी किसी के साथ नाम जोड़ कर झूठी खबर फैला देते हैं। जब मैं ‘बदमाश कंपनी’ में शाहिद कपूर के साथ काम कर रही थी तो इन लोगों ने मेरा नाम शाहिद के साथ जोड़ दिया था।
लेकिन आजकल जो आपका नाम असली खिलाड़ी के साथ जुड़ा है, यह तो सही है न?
नो कमेंट। मैंने आपसे पहले ही कह दिया था कि आप कोई पर्सनल सवाल नहीं करेंगे। केवल प्रोफेशनल सवाल करें।
ठीक है। यह बताइए कि ‘पी.के.’ जैसी फिल्म में आप कैसे काम कर लेती हैं जो पूरी तरह हीरो प्रधालन आमिर खान की फिल्म थी?
– आमिर खान जैसे बेजोड़ अभिनता के साथ फिल्म करना एक अभिनेत्री के लिए ‘ड्रीम’ की तरह होता है। उसके लिए फिल्म में प्रेजेंस ही काफी होती है। मेरा तो ‘पी.के.’ में फिर भी अच्छा खासा रोल था।
क्रिकेट का खेल लगता है आपको बहुत पसंद है। इसीलिए जहां भी क्रिकेट के बड़े मैच होते हैं, आप वहां शूटिंग छोड़कर पहुंच जाती हैं?
यह कहना एकदम गलत है कि मैं शूटिंग छोड़कर मैच देखने गयी हूं। हां, यह सही है कि मुझे क्रिकेट का खेल बहुत पसंद है। खेल ही नहीं बल्कि खिलाड़ी भी पसंद हैं।
कुछ लोगों ने आरोप लगाए थे कि वर्ल्ड कप-2014 के सेमीफाइनल में भारत आपके कारण हार गया था?
– जब भारत सेमीफाइनल तक पहुंचा था तब किसीने क्यों नहीं कहा कि वह मेरी वजह से पहुंचा था। देखिए यह सब फालतू बाते हैं। खैर अब तो ‘वर्ल्ड कप’ पुरानी बात हो गयी। अब अगले ‘वर्ल्ड कप’ की तरफ ध्यान देना चाहिए।
आपने एक इंटरव्यू में कहा था कि आपके कुछ दोस्त हर समय सिर्फ सेक्स के बारे में सोचते रहते हैं, क्यों?
– क्योंकि यह आज की दुनिया का सबसे बड़ा सच है। मेरे दोस्त की क्यों, दुनिया के ज्यादातर लोगों का यही हाल है।
‘लेडिज वर्सेज रिकी बहल’ में पहली बार दर्शक आपकी बिकनी में देखकर चौंक गए थे?
माफ कीजिए, मैने दर्शकों को चौंकाने के लिए बिकनी नहीं पहनी थी। रोल और कहानी की डिमांड थी। दूसरी बात निर्माता-निर्देशक पर पूरा भरोसा था कि वे इसका गलत इस्तेमाल नहीं करेंगे बल्कि सुंदर ढंग से परदे पर प्रस्तुत करेंगे। बॉलीवुड के लोगों को भी मेरा यह एक संकेत था कि अगर रोल की डिमांड है, और मेकर भरोसे योग्य है तो मुझे किसी भी प्रकार के सीन अपनी सीमा में करने से कोई आपत्ति नहीं है।
मटरु की बिजली का मंडोला’ में बोल्ड सींस के साथ आपके संवाद भी काफी बोल्ड थे?
उस फिल्म का मेकर कौन था? विशाल भारद्वाज जो कभी अपनी फिल्मों में कोई फालतू का सीन या फालतू का संवाद नही दूंसते। ऐसे ईमानदार और समर्पित मेकर के साथ मैं पूरे विश्वास के साथ कोई भी सीन कर सकती हूं। ‘मटरू की बिजली का मंडोला’ में मैंने जो कुछ भी बोला, जो कुछ भी किया उस पर मुझे गर्व भी है और संतोष भी।
इधर आपकी शादी की चर्चाएं भी जोरों पर हैं, शादी की चर्चाओं में कितनी सच्चाई है?
– नो पर्सनल क्वश्चन प्लीज़ ।
नरेंद्र उपाध्याय