भारत की समृद्ध सांस्कृतिक छवि के चकाचौंध प्रदर्शन में उत्सुकता से प्रतीक्षित नालंदा नृत्योत्सव 2024 सामने आया, जो सीमाओं को पार कर इस अखिल भारतीय उत्सव को रोशन कर रहा है, जो अब अपने 20वें वर्ष में है। परंपरा, नवीनता और कलात्मक प्रतिभा से भरपूर इस कार्यक्रम ने भारतीय नृत्य की स्थायी विरासत, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और भारत की अमूल्य विरासत को संरक्षित करने के प्रमाण के रूप में कार्य किया।
इस भव्य उत्सव का मुख्य आकर्षण प्रतिष्ठित कनक नर्तन पुरस्कार और भरत मुनि सम्मान पुरस्कार था, जो उन दिग्गजों को दिया गया जिनका भारतीय नृत्य क्षेत्र में योगदान उल्लेखनीय रहा है। नालंदा जुहू मुंबई की निदेशक-प्रिंसिपल डॉ. (श्रीमती) उमा रेले ने गणमान्य व्यक्तियों को ये पुरस्कार प्रदान किए।
2011 में शुरू किया गया नालंदा भरत मुनि सम्मान उन व्यक्तियों को सम्मानित करता है जिन्होंने भारतीय नृत्य के क्षेत्र में प्रतिष्ठित दर्जा हासिल किया है, जो भारत की सांस्कृतिक समृद्धि का प्रतीक है। सम्मानित पुरस्कार विजेताओं में आशित देसाई, श्रीमती दर्शना झावेरी, श्रीमती हेमा मालिनी, श्री. परेश रावल और श्रीमती पद्मा शामिल थे।